भारत की पारंपरिक रसोई में अनाज और दालों से बने व्यंजनों की भरमार है। दक्षिण भारत में डोसा बेहद लोकप्रिय है, और इसके कई प्रकार देखने को मिलते हैं। इन्हीं में से एक है रागी डोसा, जिसे आजकल लोग स्वास्थ्य के लिहाज़ से और भी ज़्यादा पसंद कर रहे हैं। यह न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि पोषण से भरपूर और शरीर के लिए बेहद लाभकारी है।

रागी क्या है?

रागी को हिंदी में मंडुआ या नाचनी कहा जाता है। यह एक मोटा अनाज (Millet) है, जो कैल्शियम, आयरन, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है। प्राचीन समय से रागी का इस्तेमाल ग्रामीण भारत में किया जाता रहा है, लेकिन अब शहरी क्षेत्रों और विदेशों में भी इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।

रागी डोसा की खासियत

साधारण डोसा जहाँ चावल और उड़द दाल से बनता है, वहीं रागी डोसा में रागी आटा या रागी के दाने का उपयोग किया जाता है।

  1. लो-कैलोरी और हाई-फाइबर – यह उन लोगों के लिए बेहतर विकल्प है जो वजन नियंत्रित रखना चाहते हैं।

  2. ग्लूटेन-फ्री विकल्प – गेहूं न खाने वाले लोग इसे आसानी से खा सकते हैं।

  3. पौष्टिकता से भरपूर – रागी में कैल्शियम और आयरन की मात्रा अधिक होती है, जो हड्डियों और खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने में मदद करता है।

  4. डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छा – रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के कारण यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक है।

रागी डोसा बनाने की विधि

रागी डोसा दो तरीकों से बनाया जा सकता है – इंस्टेंट और फर्मेंटेड।

1. इंस्टेंट रागी डोसा

रागी आटा, चावल का आटा और दही मिलाकर घोल तैयार करें।
इसमें अदरक, हरी मिर्च, प्याज़ और करी पत्ते डालकर स्वाद बढ़ाएँ।
गरम तवे पर बैटर को गोलाकार में फैलाकर कुरकुरा सेक लें।

2. फर्मेंटेड रागी डोसा

चावल और उड़द दाल को भिगोकर पीसें।
इसमें रागी का आटा मिलाएँ और रातभर खमीर के लिए रख दें।
सुबह नमक डालकर बैटर से डोसा बनाएं।
यह डोसा न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि और भी ज़्यादा पौष्टिक हो जाता है।

रागी डोसा के साथ परोसे जाने वाले व्यंजन

रागी डोसा का असली स्वाद सांभर और नारियल चटनी के साथ आता है। इसके अलावा मूंगफली की चटनी, टमाटर चटनी या पुदीना चटनी भी इसके साथ परोसी जा सकती है।

रागी डोसा के स्वास्थ्य लाभ

  1. हड्डियों के लिए लाभकारी – रागी कैल्शियम से भरपूर है, जो बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए अच्छा है।

  2. वजन घटाने में मददगार – इसमें मौजूद फाइबर लंबे समय तक पेट भरा रखता है।

  3. डायबिटीज कंट्रोल – ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक।

  4. हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक – आयरन की भरपूर मात्रा खून की कमी को दूर करती है।

  5. दिल के लिए अच्छा – इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

आज की जीवनशैली में रागी डोसा

आजकल की व्यस्त जीवनशैली में लोग फास्ट फूड की बजाय हेल्दी ऑप्शन तलाशते हैं। रागी डोसा इस मामले में एक बेहतरीन विकल्प है। यह जल्दी बन जाता है, स्वादिष्ट होता है और पोषण से भरपूर है। कई फिटनेस ट्रेनर और न्यूट्रिशनिस्ट भी इसे अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं।

निष्कर्ष

रागी डोसा सिर्फ एक व्यंजन नहीं, बल्कि सेहत का खज़ाना है। यह दक्षिण भारतीय परंपरा और आधुनिक जीवनशैली का एक बेहतरीन संगम है। जो लोग अपने खाने में पोषण और स्वाद दोनों चाहते हैं, उनके लिए रागी डोसा आदर्श विकल्प है।

इसलिए अगली बार जब आप डोसा खाने का सोचें, तो साधारण डोसे की जगह रागी डोसा ज़रूर आज़माएँ और सेहत का स्वादिष्ट आनंद 

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